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About the Book:
‘गवर्नेंस का राइट एंगल’, पुस्तक विकासशील भारत की 75 साल की व्यथा है। पूँजी पोषित अर्थव्यवस्था में आम आदमी केंद्रित नीतियों के अभाव से बेरोजगारी, कृषि संकट, गाँवों से शहरों को पलायन, असमान अवसरों से निराश युवा, न्याय के लिए जूझता आम आदमी और सरकारों की सुशासन देने में विफलता, जनकल्याण योजनाएँ, शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था में घटते बजट और समाज में बढ़ती असमानता का लेखा-जोखा भी है। पुस्तक में सुशासन मिथकों का खंडन तथ्यों के माध्यम से दर्ज है। भारत की लोकतांत्रिक संस्थाओं का गिरता स्तर, विधान मंडलों में जनता की आवाज खो जाने के कारणों का वर्णन पुस्तक में साक्ष्यों के साथ किया गया है।
भारत में विकास और समानता पर आधारित सुशासन की संभावना को खोजती पुस्तक, सुशासन मॉडल को ड्यूक यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अनिरूद्ध कृष्णा के फ्रेमवर्क पर परखती भी है।
About the Author:
सामाजिक चिंतक और लेखक लवकेश चंद्रा की यह दूसरी पुस्तक हैं, जो पेशे से इंजीनियर है और दो दशक से अधिक समय, देश और विदेश में कॉरपोरेट जीवन बिताने के बाद एक दशक से सफल उद्यमी है, जिन्हें 2015 में इकोनॉमिक टाइम्स ने ‘भारत के होनहार उद्यमी’ पुरस्कार से सम्मानित किया था।
स्वतंत्रता सैनानी दादा व पिता की कुर्बानियाँ और स्वतंत्र भारत के निर्माताओं के सपने पूरे न होने पर, एक मतदाता के रूप में जिम्मेदारी व अपराध बोध के साथ लेखक, आम आदमी केंद्रित सुशासन की चुनौतियों और संभावनाओं को इस पुस्तक में तलाशता हैं।