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About the Book:
साहित्य की समस्त रचनात्मक विधाओं का कहानी पुंजीकृत अभिव्यंजन है। भावनात्मक और चिन्तनात्मक बोध का वह आकलित रूप है। मन में जो भाव आते हैं वे कभी गद्य में, कभी पद्य में, कभी कहानियों में व्यक्त होते हैं। सभी कहानियाँ जीवन से, जीवन के अनुभवों से जुड़ी होती हैं, और जैसी आपकी विचार सरणी है उसी के अनुसार आप किसी घटना को देखते हैं, शब्दों में व्यक्त करते हैं। सभी घटनाएँ समाज की पृष्ठभूमि में होती हैं, समाज में जो हो रहा है उसी का चित्रण कहानी अपनी रोचक कथात्मक प्रवाहपूर्ण शैली में करती है। हमारे काल का, समाज का, परिस्थितियों का ही कथानक कहानी में होता है। इस पुस्तक की कहानियाँ मनोरंजन के साथ एक नयी दिशा भी देंगी, ऐसी आशा है।
About the Author:
चन्द्र प्रभा जी ने एम.ए. संस्कृत में किया और लॉ में एल- एल.बी. किया। न्यायिक सेवा में टॉप कर प्रथम महिला न्यायिक पदाधिकारी होने का गौरव हासिल किया। लेखन और पर्यटन में रुचि के कारण देश- विदेश घूमीं। उच्च न्यायिक सेवा से सेवानिवृत्त होने के पश्चात् अपने रुचि व अनुभव के विषय में लेखन किया। कुकरी पर ‘भोगप्रसाद’, ‘षड् रस’ ‘बेसिक होम कुकिंग’ आदि पाँच पुस्तकें प्रकाशित हुई हैं। सामाजिक विषय पर ‘गृहदीप्ति’ और लॉ पर ‘जीवन में न्याय’ पुस्तक प्रकाशित हुई हैं। एक उपन्यास ‘आश्रिता’ पर के. बी. हिन्दी सेवा न्यास (पंजी) द्वारा “हिन्दी भूषण श्री” सम्मान से सम्मानित। स्टोरीमिरर प्रकाशन द्वारा “सरस कहानियाँ ” पुस्तक प्रकाशित।
स्टोरीमिरर में प्रकाशित रचनाओं के लिये “लिटरेरी जनरल” सम्मान प्राप्त हुआ है।और “फ़्री इंडिया” कहानी प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ। इन्हें स्टोरीमिरर पर ऑथर ऑफ द वीक पुरस्कार दिया गया, साथ ही इन्हें ऑथर ऑफ द ईयर 2021 में और 2022 में नामित किया गया। कई प्रशस्ति पत्र प्राप्त हुए। ऑथर ऑफ द ईयर 2022 का विजेता प्रमाण पत्र प्राप्त हुआ है।
निखिल प्रकाशन समूह आगरा से प्रकाशित आठ साझा संग्रहों में और नवमान् पब्लिकेशन्स अलीगढ़ से चार साझा संग्रहों में रचनायें प्रकाशित। “साहित्य गौरव सम्मान”, “साहित्य वैभव सम्मान” आदि कई सम्मान प्राप्त हुए। विद्योत्तमा फ़ाउंडेशन, नासिक से “विद्योत्तमा साहित्य सेवा सम्मान” प्राप्त हुआ। बृजलोक साहित्य-कला-संस्कृति अकादमी आगरा से “कलम साधिका” सम्मान प्राप्त हुआ।