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5 Likes of Sacrifice (5 लाइक्स ऑफ सेक्रिफाइज़)

By Upendra Mehra


GENRE

Abstract

PAGES

134

ISBN

9789388698283

PUBLISHER

StoryMirror

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About the book:


5 लाइक्स ऑफ सेक्रिफाइज़ में सेक्रिफाइज़ मतलब किसी अन्य व्यक्ति की मदद करने के लिए कुछ ऐसा देना जो आपके लिए मूल्यवान हो। इस किताब में पाँच लोगों ने भी कुछ ऐसा ही सेक्रिफाइज़ किया है।

[In 5 Likes of Sacrifice, Sacrifice means giving something that is valuable to you to help someone else. In this book, five people have also done something similar. Read only once and you will remember this forever..]

यह कहानी RJ के ऊपर केन्द्रित है, RJ मध्यम वर्ग का ऐसा लड़का जिसके पास हुनर भी है और माँ-बाप के संस्कार भी। वह सबका अच्छा सोचता है लेकिन फिर भी परिस्थितियां उसे सेक्रिफाईज़ करने के लिये मजबूर करती हैं जो उसकी जिन्दगीं में सकरात्मक पहलू लेकर आता है। कहानी में RJ और दक्ष सोशल साइट पर पेज लाइक की रेस करते हैं। RJ को सिर्फ 5 लाइक्स ही मिलते हैं पर यह 5 लाइक्स सामान्य लाइक्स नहीं होते हैं जिन पाँच लोगों ने RJ के पेज को लाइक किया वो ऐसे सच्चे लोग थे जिन्होंनें दूसरों के लिये अपना प्यार, कैरियर, परिवार, पैसा सबकुछ बलिदान कर दिया। इसमें दिल को छू लेने वाली कहानियां हैं जो वर्तमान की समाजिक सच्चाईयों को उजागर करती हैं।

5 लाइक्स ऑफ सेक्रिफाइज़ को पढ़े और जाने कैसे? क्या? और क्यों? इन लोगों ने सेक्रिफाइज़ किया।


About the author:


उपेन्द्र मेहरा (उम्र 28 वर्ष), सरकारी बैंक में नौकरी करते हैं, इन्हें बचपन से ही कुछ क्रिएटिव(रचनात्मक) करने की इच्छा थी पर उस समय की परिस्थितियों ने इनके सपनों को साकार न होने दिया।

वो बचपन की टीस सरकारी नौकरी मिलने के बाद भी दिल में लगी रही और इसी दौरान कुछ ऐसे ख्याल, कुछ ऐसी कहानियां यह लिखते चले गये जो अब किताब "5 लाइक्स ऑफ सेक्रिफाइज़" के रूप में दर्ज हैं। उपेन्द्र मेहरा की साढ़े तीन साल की मेहनत किताब में बखूबी दिखायीं देती है। किसी ने सच ही कहा है जो उपेन्द्र मेहरा जी के सटीक है - " मेहनत इतनी खामोशी से करों कि सफलता शोर मचा उठे..."



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