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About the Book:
सभी के जीवन में व्यक्तिगत युद्ध होते ही हैं जिनसे हर कोई लड़ने पर मजबूर है । सवाल उठता है की कैसे लड़े की जीत निश्चित हो ? वो कौन से ऐसे हथियार हैं जिन्हें बाँध कर युद्ध लड़ा जाए ?क्योंकि बिना हथियार के जीत सिर्फ कल्पना मात्र है । जब पलिश्ती गोलियथ ने इस्राएली दाऊद को युद्ध के लिए ललकारा था तब दाऊद उससे निहत्था एक गोफन के साथ लड़ गया था । उस वक्त उसके पास जो हथियार था वो सिर्फ उसका विश्वास था । उसने राजा से कहा , " किसी मनुष्य का मन उस पलिश्ती के कारण कच्चा न हो ; तेरा दास दाऊद जाकर उस पलिश्ती से लड़ेगा "। - 1 शमूएल 17:31
आपका सबसे बड़ा हथियार आपके अंदर है और वो है आपकी सोच , आपका आत्म विश्वास । यदि दाऊद ने सोचा होता की कहां मैं चरवाहा और कहां गोलियथ एक शक्तिशाली योद्धा तो शायद वो गोलियथ का सर धड़ से कलम नहीं कर पाता ।अपनी सोच का दायरा बढ़ाए और अपने आत्म विश्वास को प्रबल बनाएं क्योंकि यही आपका का्मरेड् है ।
"का्मरेड्" सकारात्मक सोच पर आधारित है । ये उन हथियारों पर आधारित है जो जीत निश्चित करते हैं ।
About the Author:
पिंकी आनंद 27 की उम्र में प्रधानाध्यापिका बनी ।ये अपने क्षेत्र में सबसे कम उम्र की प्रधानाध्यापिकाओं में से एक रहीं । इन्होंने आध्यात्मिक गीतकार के रुप में भी खूब काम कमाया । इन्होंने लघु चलचित्र और फिल्में भी लिखी हैं जो लाइन अप में हैं ।
पिंकी आनंद जी के जीवन में युद्ध हमेशा बने रहे । इनका मानना है की युद्ध के हथियार हम सबके अंदर होते हैं ।सकारात्मक सोच से बढ़ कर कोई हथियार नहीं । यही वो हथियार हैं जो युद्ध के मैदान में पैरों को स्थिर रखते हैं जिनका सही इस्तेमाल करने वाला एक योद्धा के रूप में निखर कर सामने आता है ।
सही समय पर सही हथियार से सही जगह पर वार करना ही एक योद्धा की सही पहचान होती है । लेखिका अपने कुछ हथियार आप लोगों के साथ साझा कर रही हैं । इन हथियारों की मदद से आप अपने जीवन में आए युद्ध में विजय प्राप्त करने पाएंगे । आपका कोई भी शत्रु आपके आगे प्रबल न होने पाएगा ।